Facebook Meta News: मेटा को भारी पड़ा उसी के फैसले, एक फैसले में गवां दिए 19.5 करोड़

Facebook Meta News: टेक्नोलॉजी के सबसे बड़े दिग्गज टेक कंपनी मेटा के लिए इस साल बहुत ही मुश्किल भरा साबित हुवा है। इस साल कंपनी को बहुत उतर चाड़व देखने को मिला है। इसकी वजह कंपनी खुद को ही मानती है। क्योकि मेटा के कॉम्पिटिटर सोशल मीडिया प्लेटफार्म Tiktok को अपना भविष्य का खतरा मानता है। उसी चीज को ध्यान में रखकर कंपनी ने इसके बारे में योजना बनाई। जैसे की कंपनी ने इंस्टाग्राम पर रिकमेन्डेशन वाले कंटेंट को दोगुना करना हो या मेटावर्स को बनाने को कोशिश करना उनके सभी फैसले इस साल कंपनी के लिए बहुत बुरा साबित हुआ है।

पहला फैसला
इस साल कंपनी को उनके शुरुवात सालों में ही उनको बहुत बड़ा नुकसान हो गया। कंपनी को फरवरी महीनो में एक रत में 237 अरब डॉलर यानि की 19.5 करोड़ रुपया का नुकसान हुआ, जो अमेरिका में सबसे बड़ा एक दिन का नुकसान हुआ है। फिर भी कंपनी ने CO फाउंडर मार्क जकरबर्ग के लिए कंपनी ने उसी मॉडल पर काम करता रहा और मेटावर्स वर्जन पर ज्यादा पैसे लगाया।

दूसरा फैसला
इसके बाद कंपनी अपने कॉम्पिटिटर Tiktok से रेस में आगे निकलने के लिए इंस्टाग्राम पर रेकमेंडेड कंटेंट को डबल कर दिया। इससे कंपनी को विश्वास था की यूजर इसे पसंद करेंगे। और इस App का इस्तेमाल बढ़ेगा। परन्तु यूजर ने इसे भी Tiktok का कॉपी मानने लगा।

तीसरा फैसला
कंपनी का एक के बाद एक नुकसान होने लगा था। फिर इसी साल ही जून के महीने में 14 साल काम करने के बाद COO शेरिल सैंडबर्ग ने कंपनी छोड़ दी। वह पुरुष वर्चस्व वाले सेक्टर में ऐसी शीर्ष स्थान पर महिला अधिकारी थी। जिन्होंने मेटा कंपनी को विज्ञापन बिज़नेस में लाभ कमाने वाला बिज़नेस बनाया। उनके जाने के बाद मार्क जकरबर्ग को मेटावर्स में पैसे लगाने से रोकने वाला कोई नहीं बचा था।

चौथा फैसला
अगस्त महीने में फिर मेटा कंपनी ने AI चैटबॉट ब्लेन्डरबॉट की शुरुवात की जिसकी मकसद विविधता में एक व्यापक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना था

पांचवा फैसला
मेटावर्स बनने की चाह में फेसबुक का नाम बदलकर मेटा कर दिया। अगस्त में हीरोजन वर्ल्ड की शुरुवात की। इसमें कई तरह के बदवाल के साथ शुरू किया गया। जिसमे अवतार की कमर के निचे का हिस्सा गायब था। इस तरह के कई बदलाव थे जिसकी आलोचना हीरोजन वर्ल्ड को झेलना पड़ा।

छटवां फैसला
जकरबर्ग ने फिर हीरोजन वर्ल्ड पर लोगो के अवतार में पैर जुड़वाये। कुछ समय तो यह सब बहुत अच्छे से परफॉरमेंस करने लगा था। फिर एक वीडियो एडिटर ने बताया की मेटा ने ये मोशन कैप्चर तकनीक से हासिल किया है। इसे देखने के बाद डेमो फेल हो गया। जिससे कंपनी को इस साल कई भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।

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